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Ek Deewana Tha | Part – 01 | Streaming Now – To Watch Full Episode

यार कोई मिठाई की दुकाण नहीं दिख रही है। विनीता, इस शादी के बाद हम लोग पहली बाद ससुराद जा रहे हैं। हाँ। यार मिठाई वग़र लेने दो वरना बेज़यती हो जाएगी हमारी। मिठाई अगर लेनी थी तो शहर से ही लेके आना चोईएगा ना। यहाँ पे मिठाई के नाम पे सिर्फ शक्र ही मुलती है। अब क्या कर सकते हैं? खाली है तो जाना अच्छा नहीं लगेगा न? भईया, देखो न यहाँ पे गाजर मुली मिल रही है। अरे पगली, वो मुली गाजर थोड़ी है, वो ककडी बेच रहा है। अरे कुछ ना लेने से अच्छा तो कुछ तो ले ले। हाँ? हाँ। कितना मुझे बुरा लग रहा है यार। क्यों? एक मिठाई का डबबा लेके नहीं जा रहे हैं हम लोग। ये साथ सबजी लेके जा रहे हैं सलाद बनाने के लिए, ममी क्या बोलेंगी? अरे कुछ नहीं बोलेंगी, वो बहुत ओपन मेंगे था। चलो बच्चे लो, चाय ले लो। फैंक यू माँ। कैसे हो आप? इनकी छुट्टी थी, तो मैंने सोचा आप से मिलने आ जाते हैं। वैसे भी, शादी के बाद घर नहीं आ पाए थे न? अच्छा किया बिट्या, आ पाए। वैसे भी तुम्हारे पापा जब से गए हैं तब से मैं अकेली ही थी। अब ना इस बार हम लोग मिलके अच्छे से इनको अपना गाओ घुमाएंगे, ठीक है? ठीक है। अरे कैसी हो बिट्या, ऐसे कैसे अचानक प्रकट हो गई, तु तु शामको आने वाली थी। आओ बेटो, तुम्हारे लिए हम स्पेशल लड़ू लाये हैं, खुद अपने हातों से बनाके। वा, क्या बात है? अरे पापरे, तु तु चोटी हो न, एक दम से बड़ी हो गई। हम तो बड़े हो गई, लेकिन आप वही हो न, जो सादी में उचल-उचल कर मेंडन डान्स करते थे। हम तो वही हैं, हम बहुत अच्छा डान्स कर लेते, जलेबी डान्स, पटाका, लसोन, हम सारे डान्स कर लेते। तब ठीक है, हमें भी सीखना है। हम ज़रूर सिखाईंगे, लड़ू खाओ, बताओ कैसे? वाईसे मा, मामा कब आये? घुमने आये क्या? नहीं, जबसे तुम्हारे पापा गए है तबसे यह इधर ही है और यह इधर ही रहेगा मारे साथ. यह आपने अच्छा किया. दीदी ने हमें हलवाई की दुकान खुल बाके दी है, यह लड़ू हमने वहीं से लाये है, आप कभी आना हम दिखाईंगे आपको.

अरे आप? तो आपको भी पौधे लगाना पसंद है न? क्यों नहीं, टीचर जो ठहरी. अभी तक मैंने सारे लोगों को पेड़ पौधे लगाने का आज तक का संदेशा दिया हुआ है. अच्छा अच्छा, हाँ, वो आपकी बेटी बता रहे जी, चलिए इसी बाहने मैं भी आपके मिलत कर देता हूँ.

अरे अरे, आप मत कीजे, मैं कर लूँगी, हमें आदत है. करने दीजे ना, मुझे पौधे लगाना और उनको पाने देना बहुत पसंद है. अच्छी बात है, पेड़ पौधे तक दिया से जुड़ी हुई चीज़े हैं.

अच्छा, इससे अच्छा वेहार करोगे, तो सारे जिन्दगी अच्छी सजाईगी. अच्छा वैसे मैं तो आपकी पौधे लगाने में मदद कर रहा हूँ, क्या आप मुझे गाओं घुमाएंगी? क्यों नहीं, जरूर घुमाओंगी. आप ऐसे ना हमें देखें.

चलिए, मैं आती हूँ. आप हमें ऐसे ना पकड़ियें, मुझे शरम आती है. पर हमें तो आज सेखना अच्छा लगता है न? दामाद जी, आप सपने देखना बंद कर दो.

हम कभी भी आपके गुड़ी की सवारी नहीं करेंगे. क्या? आप हमेशा ही सपनों में खो जाते हो. नहीं, नहीं, वो बात नहीं है.

मैं तो ये बोलने आया था कि विनीता है न? वो अपने किसी फ्रेंड के आए गई है. तो वो कल आएगी. तो क्या हम दोरों गाओ घुमने चलें? चलो.

तो चलें. ये क्या कर रहे हो? लड़ू बना रहे हैं. लड़ू बना रहे हो? हमें भी सिखाओ ना.

आजाओ, सिखाते हैं. आजाओ, यहां पे आजाओ. लो, हाथों में लो.

नहीं, ऐसे नहीं. ऐसे. दबा के रखो इसको.

दबा के रखो, दबा के इसे खेलो. ये, और 5-10 बार और अच्छे से करो. तुम तो चासनी से भी मीठी हो.

सिर्फ उपर से चका है. अब भी अंदर से चकोगे तो पूरी नमकीन हुँ मैं. हमें नमकीन बहुत पसंद है.

तुम कहो तो चक के देख ले. हम जब छोटे थे तो हम भी अपने बाबा दादा के साथ घूंगने जाते थे. यानि आपको भी घूंगना फिरना पसंद है? वो तो सबको पसंद होता है.

लेकिन जैसे जैसे बड़े हुए सेम्मेधारिया बढ़ती गई. दामाद जी, आप हमारे दामाद हो. थोड़ा आहिस्ते चलिये.

कोई देखेगा तो क्या बोलेगा? अरे आप हमें अपना दामाद मत समझेंगे. मैं आपको अपने दामाद हूँ यार. कुछ भी.

आईए, कोटिंग्स पीना है आपको? चलिये. कोटिंग्स पीते हैं? हाँ. और मेमुरीज क्रियेट करते हैं.

अरे आहिस्ता, आहिस्ता. मैं सोरी, मैं सोरी. शिल है न? हाँ.

ओके, किता हुआ? 40 रुपे. ओके, डन. ये लीज़े.

मुझे खोल के दो. मुझे खोल के दो. ओके.