मुंबई : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अपने सिंगापुरी समकक्ष ली सियन लूंक के साथ भारत-सिंगापुर के बीच रीयल टाइम भुगतान प्रणाली लिंकेज को लॉन्च किया. भारत की यूपीआई और सिंगापुर की ऑनलाइन भुगतान प्रणाली पे नाऊ इस लिंकेज को शक्ति प्रदान करेंगे, लेकिन देश के सबसे बड़े कर्जदाता भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने क्रॉस बॉर्डर भुगतान सुविधा में भागीदार बनने पर खुशी जाहिर की है. यह सुविधा एसबीआई के बीएचआईएम-एसबीआई पे मोबाइल ऐप के माध्यम से मुहैया कराई जाती है. लिंकेज रजिस्टर्ड मोबाइल नंबरों के माध्यम से यूपीआई आईडी का इस्तेमाल करके भारत से सिंगापुर और फिर सिंगापुर से भारत में पैसों को भेजा जा सकता है.
क्रॉस बॉर्डर पेंमेंट के मामले में महत्वपूर्ण उपलब्धि
यूपीआई-पे नाऊ लिंकेज भारत और सिंगापुर के बीच क्रॉस बॉर्डर पेमेंट के लिए बुनियादी ढांचे के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है. यह पहल तेजी से किफायती और अधिक पारदर्शी क्रॉस बॉर्डर पेमेंट को संभव बनाने के लिए जी-20 की प्राथमिकताओं के साथ निकटता से मेल खाती है. 2021 के आंकड़ों के अनुसार, सिंगापुर और भारत के बीच करीब 949 मिलियन अमेरिकी डॉलर की आती या जाती है.
क्रॉस बॉर्डर पेमेंट सिस्टम में लंबा होगा सफर
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास और सिंगापुर के मौद्रिक प्राधिकरण के प्रबंध निदेशक रवि मेनन ने यूपीआई-पे नाऊ लिंकेज की लाइव शुरुआत की. इस लिंकेज में भागीदार बनने पर एसबीआई के चेयरमैन दिनेश कुमार खारा ने कहा कि हमें इस अनूठी पहल से जुड़कर खुशी हो रही है. यह सरकार की डिजिटलीकरण संबंधी पहलों को बढ़ावा देने और यूजर्स को आसान और निर्बाध क्रॉस बॉर्डर पेमेंट सुविधा प्रदान करने की दिशा में एक लंबा सफर तय करेगा.