दिल्ली: संकट में फंसे अडानी ग्रुप (Adani Group) के सभी शेयरों (Share) में बुधवार को भारी गिरावट आई। नतीजतन, समूह के निवेशकों (Investors) को एक झटके में 50,000 करोड़ रु. का घाटा (Loss) हो गया। 24 जनवरी को निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में हलचल मच गई है। तब से ग्रुप का मार्केट कैप 11.62 लाख करोड़ रुपए से 60% गिरकर 7.58 लाख करोड़ रुपए हो गया है। फोर्ब्स (Forbes) की रीयल-टाइम अरबपतियों की सूची के अनुसार, समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी (Gautam Adani) की संपत्ति बुधवार को 6.2 अरब डॉलर या 12.48% गिर गई। अब उनकी नेटवर्थ घटकर 43.4 अरब डॉलर रह गई है और वह दुनिया के सबसे अमीर लोगों की सूची में 26वें स्थान पर हैं। उन्हें इस साल अब तक करीब 75 अरब डॉलर का नुकसान हो चुका है।
पांच शेयरों ने निचले सर्किट को छुआ
हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट (Hindenburg Research Report) से पहले वह दुनिया के सबसे अमीर लोगों की सूची में तीसरे स्थान पर थे। समूह की प्रमुख कंपनी अडानी इंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) में बुधवार को सबसे अधिक 10.43% की गिरावट आई। बीएसई (BSE) पर यह 163.55 रुपये की गिरावट के साथ 104.85 रुपये पर बंद हुआ। इसका 52 हफ्ते का हाई 4,189.55 रुपये था। यह स्तर पिछले साल 21 दिसंबर को पहुंचा था। साथ ही समूह के पांच शेयरों ने निचले सर्किट को छुआ। इनमें अदानी ट्रांसमिशन, अदानी टोटल गैस, अदानी विल्मर, अदानी ग्रीन और अदानी पावर शामिल हैं।
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अडानी टोटल गैस के शेयरों में अब तक सबसे ज्यादा गिरावट
अडानी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy) का शेयर 28.35 रुपये की गिरावट के साथ 539.30 रुपये पर बंद हुआ। यह इसका 52 हफ्ते का निचला स्तर है। अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (APSEZ) के शेयर 6.25% या 36.5 रुपये की बढ़त के साथ 546.85 रुपये पर बंद हुए। इसका 52 हफ्ते का हाई 987.90 रुपए है। अदानी पावर के शेयर पिछले कुछ दिनों से अपर सर्किट (Uppar Circuit) छू रहे थे। लेकिन आज यह 8.55 रुपये गिरकर 162.60 रुपये पर आ गया। अदानी ट्रांसमिशन 41.50 रुपये की गिरावट के साथ 788.75 रुपये पर बंद हुआ। अडानी टोटल गैस के शेयरों में 24 जनवरी के बाद सबसे ज्यादा गिरावट आई है। यह 3 जनवरी को 52 हफ्ते के उच्चतम स्तर पर पहुंचा था, लेकिन पिछले कई दिनों से लगातार लोअर सर्किट को छू रहा है। बुधवार को यह एक बार फिर 5% गिरकर 43.90 रुपए पर 834.95 रुपए पर आ गया। 24 जनवरी के बाद से इसमें करीब 80% की कमी आई है।